सेवानिवृत्त हुए 14 शासकीय सेवकों को कलेक्टर ने प्रदाय किया पेंशन प्राधिकार पत्र
जगदलपुर 28 फरवरी 2025/ कलेक्टर श्री हरिस एस ने जिला कार्यालय के आस्था कक्ष में आयोजित समारोह में कहा कि शासन की पहल से प्रत्येक माह सेवानिवृत्त हो रहे जिले के शासकीय सेवकों को उनकी शासकीय सेवा काल के समाप्ति के समय पर ही पीपीओ जारी करने का सार्थक प्रयास लगातार किया जा रहा है। साथ ही अब सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों को तत्काल जीपीएफ प्राधिकार पत्र भी प्रदान किया जा रहा है। लगातार समय-सीमा की बैठक में समीक्षा और संबंधित विभागों के अधिकारियों को सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों के प्रकरणों पर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित करने के बाद अब प्रक्रिया सतत हुई है। यह अनुकरणीय परम्परा अनवरत रूप से चलती रहे यही कोशिश रहेगी। इसके लिए कोषालय और कोष-लेखा एवं पेंशन कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी बधाई के पात्र हैं साथ ही दोनों कार्यालय द्वारा सेवानिवृत कर्मचारियों का पीपीओ जारी करने की दिशा में सक्रियता के साथ पहल किया जा रहा है। प्रशासन की कोशिश है कि सेवानिवृत्ति के साथ ही सम्बंधित शासकीय सेवकों को लंबे समय तक शासकीय सेवा के परिश्रम का सभी स्वत्वों का समय पर भुगतान किया जाए। इस मौके पर उन्होंने सेवानिवृत्त हो रहे शासकीय सेवकों की स्वस्थ और सुखमय एवं मंगलमय जीवन की कामना की। उन्होंने सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों से अपनी समस्याओं के बारे में कर्मचारी जनदर्शन में अवगत कराए जाने का आग्रह करते हुए निराकरण के लिए आश्वस्त किया।
कलेक्टर ने शुक्रवार को जिला कार्यालय के आस्था सभाकक्ष में माह फरवरी 2025 में सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों को पुष्पमाला एवं शाल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किए। वहीं इन सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों को पीपीओ एवं जीपीएफ प्राधिकार पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर वरिष्ठ कोषालय अधिकारी श्री संजय सोनवानी ने बताया कि फरवरी माह में सेवानिवृत्त 23 शासकीय सेवकों में से 14 को पेंशन प्राधिकार पत्र जारी की गई है। शेष शासकीय सेवकों का आवश्यक कार्यवाही के बाद जल्द पीपीओ जारी कर दिया जाएगा। इस मौके पर महालेखाकार कार्यालय के लेखा अधिकारी श्री अनुपम सिंह ने सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों को सेवानिवृत्ति के दिन ही पीपीओ प्रदाय को उल्लेखनीय पहल निरूपित करते हुए कहा कि महालेखाकार कार्यालय द्वारा इसे गुड प्रैक्टिस के रूप में अपने वार्षिक पत्रिका में शामिल किया गया है और ऐसी अनुकरणीय पहल अन्य जिला कोषालयों को भी शुरू करने के लिए आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया कि अब सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों को जीपीएफ प्राधिकार पत्र भी सेवानिवृत्ति के दिन ही प्रदान किया जाएगा। इस दिशा में तीन महीने पहले पेंशन प्रकरण कोष-लेखा एवं पेंशन कार्यालय को भेजने सहित जीपीएफ अंतिम भुगतान सम्बन्धी प्रकरण भी महालेखाकार कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे समय पर जीपीएफ अंतिम भुगतान प्रकरण का निराकरण कर जीपीएफ प्राधिकार पत्र जारी किया जा सके। उन्होंने इस दिशा में बस्तर जिले में शुरू की गई पहल को प्रेरणास्पद रेखांकित किया। इस दौरान संयुक्त संचालक कोष-लेखा एवं पेंशन श्री कमलेश रायस्त सहित जिला कोषालय के अन्य अधिकारी-कर्मचारी और सेवानिवृत्त शासकीय सेवक और उनके परिजन मौजूद थे। इस अवसर पर सेवानिवृत्ति हो रहे शासकीय सेवकों ने भी अपने अनुभव को साझा किया और शासन-प्रशासन के द्वारा सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों के लिए सम्मान कार्यक्रम आयोजन को सराहनीय पहल निरूपित करते हुए आभार व्यक्त किए।