China-Taiwan Tensions: चीन ने अमेरिका को फिर दी चेतावनी-हमें कम आंकना आग से खेलना है

108
China-Taiwan Tensions:  ताइवान ने चीन के हमले के खिलाफ रक्षा का अनुकरण करते हुए लाइव-फायर आर्टिलरी ड्रिल शुरू की. बता दें कि चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि चीन और अमेरिका के रिश्ते वन चाइना पॉलिसी पर आधारित हैं.
जब ये आधार टूटेगा तो पृथ्वी कांप जाएगी और पहाड़ हिलने लगेंगे. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, चीन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए डटकर सामना करेगा.
चीन युद्धाभ्यास कर रहा, लड़ाकू विमानों ने लिया हिस्सा
नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन पिछले कई दिनों से ताइवान की सीमा से लगे इलाकों में युद्धाभ्यास कर रहा है. युद्धाभ्यास के चौथे दिन चीनी सेना ने एक फिर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया और इस अभ्यास में चीनी सेना के लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया.
चीन ने ताइवान को लेकर अमेरिका को फिर चेतावनी दी
चीनी सरकार ने अपने सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के संपादकीय में लिखा, पिछले कुछ दिनों से अमेरिका और उसके कुछ सहयोगी देशों ने अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के गंभीर परिणामों पर श्वेत और अश्वेतों को गुमराह किया है. इन देशों ने चीन पर सैन्य अभ्यास और प्रशिक्षण गतिविधियों को गलत फैसलों से जोखिम बढ़ाने का आरोप लगाया है और साथ ही चीन के जवाबी कदमों को गैर-जिम्मेदार कदम बताया है.
चीन ने लगाया आरोप-आप ही दुनिया की पुलिस हो क्या
ग्संपादकीय में आगे लिखा गया है कि उनके ऐसे बयान आ रहे हैं मानो वे दुनिया की पुलिस हों. न सिर्फ चीन बल्कि दुनिया के तमाम देशों के लोगों ने देखा है कि कैसे अमेरिका ने एक के बाद एक संकट पैदा किए हैं और बाद में पीड़ित पर ही दोष मढ़ दिया है. ताइवान में उपजे मौजूदा हालात के लिए पेलोसी और अमेरिका के नेता जिम्मेदार हैं.
चीन की चेतावनी-हमें कम आंकने की भूल ना करें
चीनी सरकार के मुखपत्र के मुताबिक, चीन ने अमेरिका को बार-बार चेतावनी दी है. इतना ही नहीं जानबूझकर चीन को नजरअंदाज भी कर दिया. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, अब वे (अमेरिका) चीन के बारे में दुर्भावनापूर्ण रूप से शिकायत करके जनता की राय में हेरफेर कर रहे हैं. क्या यह कदम चीन के दृढ़ संकल्प और इच्छा को कम आंकने जैसा नहीं है.
अमेरिका का भरोसा नहीं, कहता कुछ और करता कुछ है
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि अमेरिकी पक्ष को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया जाएगा और सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बनी रहेगी. इसपर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने जवाब दिया कि अमेरिकी पक्ष लंबे वक्त से ऐसे बयान दे रहा है, जबकि अमेरिका ने खुद कई मामलों में इसके विपरीत काम किया है.
चीन ने पहले भी कहा था-हम वास्तविकता का डटकर सामना करेंगे
बता दें कि 1980 के दशक की शुरुआत में, चीनी नेताओं ने कहा था कि अगर ताइवान की वजह से चीन-अमेरिका संबंधों में गिरावट आती है, तो चीन वास्तविकता का डटकर सामना करेगा. चीन की इस इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प में जरा भी बदलाव नहीं आया हा. जबकि उसकी ताकत में अब और इजाफा हुआ है.