वारकाधीश मंदिर में एक साथ फहराए गए दो ध्वज, जानिए क्या बता रहे हैं मंदिर के पुजारी…

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नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के तीव्रता में बढ़ोतरी होते देख अरब सागर से लगे छह रायों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसमें सबसे ज्यादा खतरा गुजरात में बताया जा रहा है. शासन-प्रशासन की तैयारियों के बीच गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर में एक साथ दो ध्वज फहराए गए हैं.

माना जा रहा है कि द्वारकाधीश भगवान लोगों की इस खतरे से रक्षा करेंगे. वहीं मंदिर में पुजारी का कहना है कि मंदिर के शिखर पर दो ध्वज इसलिए फहराए गए हैं, क्योंकि ध्वज स्तंभ पर ध्वजारोहण नहीं हो पा रहा है. इसका कारण तूफान ही है. ऐसे में पुरानी ध्वजाजी को नीचे जबकि नई ध्वजाजी को ऊपर की ओर फहराया गया है. बताया गया कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. इसके पहले भी इस तरह की कोई दिक्कत आई है, तो मंदिर में दो ध्वज फहराए गए हैं.

बता दें कि द्वारकाधीश मंदिर में शिखर चोटी 50 मीटर ऊंची है. यहां पर 52 गज का ध्वज फहराते रहता है. दिन में दो बार ध्वज बदलने की परंपरा है. इसके लिए बाकायदा भक्तों को अवसर दिया जाता है. लेकिन लोगों की आस्था इस तरह है कि उन्हें यह मौका मिलने से सालभर का समय लग जाता है. कभी-कभी तो 2 साल का भी समय लग जाता है. भक्तों की आस्था है कि ये ध्वज पूरे शहर की रक्षा करता है.